बृहस्पतिवार को मैं बीजेपी मुख्यालय पर ही था जब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वहां प्रदर्शन किया। इससे पहले गुजरात दौरे पर गए अरविंद केजरीवाल को रोका गया था। जिसे आम आदमी पार्टी ने गिरफ्तारी का नाम दिया। अब चुनाव आयोग भी कह चुका है कि केजरीवाल ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया था।
बीजेपी मुख्यालय पर भी कैमरों को देख कर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की उत्तेजना देखते ही बनती थी। जैसे ही कैमरों को ध्यान उन पर जाता, उनके नारों का डेसीबल लेवल बढ़ जाता था। कैमरे देख कर उन्हें इतना जोश आया कि बीजेपी मुख्यालय पर लगे होर्डिंग फाड़ने लगे। वाटर कैनन की गाड़ी पर चढ़ गए और उसे नुकसान पहुँचाने की कोशिश करने लगे।
कहा जाता है- जहां न पहुँचे रवि, वहां पहुँचे कवि।
मगर आम आदमी पार्टी के बारे में अब ये कहना पड़ेगा
जहां पहुंचे कैमरे, वहां पहुंचे आम आदमी पार्टी
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