tag:blogger.com,1999:blog-4214661520104755817.post7516101090819199214..comments2023-09-01T17:39:53.764+05:30Comments on मेरी कही: आया है मुझे फिर याद वो ज़ालिम- गुज़रा ज़माना कॉलेज काAkhilesh Sharmahttp://www.blogger.com/profile/17577149125102186545noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-4214661520104755817.post-73915807340530258092010-06-19T02:26:31.745+05:302010-06-19T02:26:31.745+05:30अखिलेश भईया..............तबियत हरी हो गयी इन तस्वी...अखिलेश भईया..............तबियत हरी हो गयी इन तस्वीरों को देखकर..............बीएचयू के वो भूले-बिसरे दिन सहसा याद आ गये...........निर्द्धंद, निश्चिन्त, निर्भय.........ऊर्जा से लबरेज..साधुवादMeet.....https://www.blogger.com/profile/06794152669587124744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4214661520104755817.post-11968743011612281032010-04-26T21:11:22.397+05:302010-04-26T21:11:22.397+05:30अनूप क्या खूब लिखा है. वाकई ये सब के जीवन का दर्द ...अनूप क्या खूब लिखा है. वाकई ये सब के जीवन का दर्द है. किसी को होस्टल के दिनों की याद सताती है तो किसी को कॉलेज की मस्ती की. <br />पश्यंती लगता है आप भी होस्टल में रही हैं. इसीलिए आपको भी वो दिन याद आ गए.<br />युगलजी सही बात है... समय जात नहीं लागत बारा.Akhilesh Sharmahttps://www.blogger.com/profile/17577149125102186545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4214661520104755817.post-47925320221468486962010-04-26T19:35:54.933+05:302010-04-26T19:35:54.933+05:30सही है अखिलेश सर बस याद आती है.
क्योंकि जिंदगी कभ...सही है अखिलेश सर बस याद आती है.<br /><br />क्योंकि जिंदगी कभी भी लोट के नहीं आती है.<br /><br />हम कोसिस भी करें तभ भी वो सब कर नहीं पाएंगे.<br /><br />समोशे और नास्ता तो कर लेंगे पर वो समय कहाँ से लायेंगे? <br /><br />उस पल हम जीवन में कुछ करने की सोचेते थे.<br /><br />बिना किसी बात के अपने मन को टोकते थे.<br /><br />इसलिए शायद उस वक्त, उन पलों को ढंग से न जी सके. <br /><br />यही कारन है की सबकुछ होते हुए भी हम रहते है थके थके.<br /><br />अब हम और कुछ नहीं बस घडी की सुई को उल्टा घुमाने चाहते है .<br /><br />आप अपने हॉस्टल के और हम अपने स्कूल के दिन दोबारा पाना चाहते है.anoop joshihttps://www.blogger.com/profile/14146375128512331870noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4214661520104755817.post-69649516523537962082010-04-26T01:35:56.458+05:302010-04-26T01:35:56.458+05:30आपने तो हमें फिर से होस्टल में पहुंचा दिया..कालेज ...आपने तो हमें फिर से होस्टल में पहुंचा दिया..कालेज के दिन वास्तव में अनमोल हैं सर...पश्यंती शुक्ला.https://www.blogger.com/profile/01592413448159409404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4214661520104755817.post-66055861846103224012010-04-25T18:29:11.955+05:302010-04-25T18:29:11.955+05:30समय बड़ा बलवान हैसमय बड़ा बलवान हैyugal mehrahttp://www.yugals.com/?p=359noreply@blogger.com